National Pollution Control Day 2023:जाने कब और कैसे हुई थी शुरुआत,क्या है मुख्य कारण

National Pollution Control Day 2023 मनाने का मुख्य उद्देश्य प्रदूषण को रोकना है और इसके साथ ही कुछ इससे जुड़े कानूनों के बारे में लोगो को जागरूक करना है।जिससे कि लोग औधौगिक आपदाओं के प्रबंधन तथा नियन्त्रण के प्रति जागरूकता फैलाये।आज के समय मे जिस तरह से देश के कई हिस्सों में प्रदूषण की स्थिति विकराल बानी हुई है ऐसे में इस दिन के महत्व को बताना जरूरी है।

Content📖

1.इस दिन को मनाने का उद्देश्य

2.इस दिन की शुरुआत

3.प्रदूषण का सेहत पर असर

इस दिन को मनाने का उद्देश्य

राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस का मुख्य उद्देश्य लोगों को प्रदूषण के हानिकारक प्रभावों के प्रति जागरूक करना है और उन्हें स्वच्छता और प्रदूषण नियंत्रण के महत्व के बारे में समझाना है। इस दिन विभिन्न कार्यक्रम और जागरूकता अभियान होते हैं, जिनमें लोगों को विभिन्न तरीकों से प्रदूषण को कम करने और नियंत्रित करने के लिए उत्साहित किया जाता है।इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य है लोगो को प्रदूषण के कानूनों के बारे में जागरूक करना है।जिससे कि लोग औधौगिक आपदाओं के प्रबंधन तथा नियन्त्रण के प्रति जागरूकता फैलाये।आज के समय मे जिस तरह से देश के कई हिस्सों में प्रदूषण की स्थिति विकराल बानी हुई है ऐसे में इस दिन के महत्व को बताना जरूरी है।यह दिन भारतीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) द्वारा संचालित किया जाता है और इसमें स्कूल, कॉलेज, सरकारी दफ्तर, और अन्य संगठनों में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।

इस दिन की शुरुआत

इस दिन को मनाने के पीछे भोपाल में हुए 2-3 दिसम्बर(1984) की रात गैस त्रासदी में अपनी जान गवाने वाले लोगो की याद में हर साल इस दिन को राष्ट्रीय प्रदूषण दिवस मनाया जाता है।कुछ रिपोर्ट की माने तो उस टाइम जहरीली गैस के रिसाव के कारण लगभग पांच लाख लोगों से भी ज्यादा लोगो की जान गई थी।आज तक यह दुनिया की सबसे बड़ी औधोगिक प्रदूषण आपदा के रूप में जानी जाती है।उस त्रासदी में प्राण गवाने वाले लोगो की याद में प्रदूषण नियंत्रण कानून के महत्व को हर व्यक्ति तक पहुचना है इसीलिए हर साल 2 दिसम्बर के दिन राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस मनाया जाता है।

प्रदूषण का सेहत पर असर

आज के समय मे भारत ही नही बल्कि पुरी दुनिया प्रदूषण के प्रकोप को झेल रही है जिसकी वजह से कई सारी बीमारियों भी उत्तपन हो रही है जो मानव स्वास्थ पर बहुत बड़ा असर डाल रही है और साथ ही बढ़ती बीमारियों के कारण स्वास्थय सेवाओ पर खर्च के गुण बढ़ता जा रहा है।वायु प्रदूषण से हमारे कुछ मुख्य अंगों पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ रहा है।

1.दिमाग 2.ह्रदय पर 3.फेफड़ा हमारे शरीर मे वायु प्रदूषण से सबसे ज्यादा प्रभवित हो रहे है साथ ही कैंसर जैसी असाध्य बीमारी का भी कारण बन रहे है।WHO का मानना है कि प्रदूषण से उम्र पर पड़ने वाला प्रभाव धूम्रपान और टीबी जैसी घातक बीमारियों से ज्यादा है।हु के मानकों को अगर माना जाए तो लोगो की उम्र में कुछ साल की बढ़त हो सकती है।

ह्रदय रोग का बढ़ना

वायु प्रदूषण से होने वाले खतरे में से सबसे ज्यादा हृदय पर दुष्प्रभाव देखा जा रहा है।शोधकर्ता की माने तो वायु प्रदूषण में ज्यादा समय तक रहने वाले लोगो को दिल का दौरा पड़ने का खतरा ज्यादा रहता है और इसके साथ ही हमारा ह्रदय सुचारू रुओ से काम नही कर पाता है जिससे तमाम तरह की बीमारियां उत्तपन होने लगती है।इससे हमें बचाव करना अति आवश्यक है।

मस्तिष्क पर प्रभाव

वायु प्रदूषण का असर मस्तिष्क पर भी देखने को मिल रहा है।इससे होने वाली प्रदूषण बच्चो के संज्ञानमक्त छमता को बहुत ही नुकसान पहुचा रहा है।20 साल से ऊपर के लोगो मे बौद्धिक छमता और साथ ही कई न्यूरो से संबंधित बीमारिया बढ़ती जा रही है।शोध में पाया गया कि वायु प्रदूषण आज के टाइम में डिप्रेशन का मुख्य कारण बनती जा रही है।

Read more: National Pollution Control Day 2023:जाने कब और कैसे हुई थी शुरुआत,क्या है मुख्य कारण

Leave a comment