National Energy Conservation Day 2023:जाने इसके पीछे का इतिहास

National Energy Conservation Day 2023 :राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण के बारे मे बात करे तो यह हर साल 14 दिसम्बर को मनाया जाता है|इस दिवस का आयोजन ऊर्जा दक्षता ब्यूरो{BEE} किया जाता है|इस आयोजन का मुख्य उद्देशय ऊर्जा दक्षता और संरक्षण मे भारत की उपलबिधियों को प्रस्तुत करने के लिए किया जाता है|ऊर्जा संरक्षण दिवस का उद्देशय जलवायु परिवर्तन जैसे विषयो के बारे मे लोगो मे जागरूकता विकसित करना है|

इस दिवस पर ऊर्जा दक्षता और संरक्षण के Field मे देश की उपलब्धियों पर प्रकाश डालने के साथ साथ ग्लोबल वार्मिंग को कम करने के लिए ऊर्जा संसाधनो को बढ़ावा देने का प्रयास किया जाता है|

Content Of Table

1>National Energy Conservation Day 2023 की शुरुआत

2>National Energy Conservation Day का महत्व

3>National Energy Conservation Day के जनक

4>National Energy Conservation Day Theme 2023

5>National Energy Conservation Day का दुनियाभर मे प्रयास

6>राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस से जुड़ी जरुरी बातें

National Energy Conservation Day की शुरुआत

National Energy Conservation Day 2023 :भारतीय ऊर्जा दक्षता ब्यूरो द्वारा साल 2001 में भारतीय ऊर्जा संरक्षण अधिनियम (Energy Conservation Act, 2001) लागू किया गया। इसका उद्देश्य ऊर्जा संरक्षण के संबंध में नीतियां बनाना है।

इस अधिनियम के लागू होने के बाद, हर साल 14 दिसंबर को पूरे देश में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाया जाता है।

इस अवसर पर देशभर में ऊर्जा संरक्षण के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न चर्चाओं, सम्मेलनों और कार्यशालाओं का आयोजन किया जाता है। 

National Energy Conservation Day का महत्व

National Energy Conservation Day 2023 :राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के दिन लोगों को ऊर्जा के कुशल उपयोग के बारे में जागरुक किया जाता है। इस दिन उर्जा संरक्षण के प्रयासों को मजबूत करने का संकल्प लिया जाता है।

राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस मनाने का उद्देश्य ऊर्जा और संसाधन संरक्षण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है। ऊर्जा के संरक्षण का अर्थ है ऊर्जा का अंधाधुंध दुरुपयोग करने के बजाय बुद्धिमानी से उसका उपयोग करना।

इस दिवस पर, देशभर की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों/ प्रतिष्ठानों/ संगठनों द्वारा किए जा रहे उर्जा संरक्षण के प्रयासों को मान्यता देने के लिए हर साल राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार दिए जाते हैं।

National Energy Conservation Day के जनक

National Energy Conservation Day के जनक के बारे मे बात करे तो 1842 और 1847 के बीच, जूलियस रॉबर्ट वॉन मेयर, जेम्स प्रेस्कॉट जूल और हरमन वॉन हेल्महोल्ट्ज़ ने ऊर्जा के संरक्षण के नियम के रूप में जिसे हम आज संदर्भित करते हैं उसकी मूल बातें खोजीं और तैयार कीं: ऊर्जा को बनाया या नष्ट नहीं किया जा सकता है; इसे केवल एक रूप से दूसरे रूप में बदला जा सकता है।

National Energy Conservation Day Theme 2023

National Energy Conservation Day 2023 के थीम बारे मे बात करे तो इस बार अभी तक सरकार के तरफ से कोई भी थीम नहीं दी गयी है,अगर हमे इसके बारे मे पता चलता है तो इसके बारे मे आपको जानकारी दे दी जाएगी|

National Energy Conservation Day का दुनियाभर मे प्रयास

पेरिस समझौता :  जलवायु परिवर्तन को लेकर यह एक अंतर्राष्ट्रीय संधि है। यह ग्रीनहाउस गैस उत्सर्जन शमन, अनुकूलन और वित्त पर आधारित एक समझौता है। इसे 12 दिसम्बर 2015 को आम सहमति से अपनाया गया था। पेरिस समझौते के तहत भारत ने वर्ष 2030 तक अपनी ऊर्जा तीव्रता (प्रति यूनिट जीडीपी के लिये खर्च ऊर्जा इकाई) को वर्ष 2005 की तुलना में 33-35% कम करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की है। 

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी: यह 30 सदस्य देशों का एक संगठन है जो ऊर्जा पर वैश्विक संवाद का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह अपने सदस्य देशों के लिए विश्वसनीय, सस्ती और स्वच्छ ऊर्जा सुनिश्चित करने के लिए काम करता है। IEA के चार मुख्य क्षेत्रों पर काम करता है- ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक विकास, पर्यावरण जागरूकता और दुनिया से जुड़ाव। 

मिशन इनोवेशन:मिशन इनोवेशन जलवायु परिवर्तन के प्रभाव से निपटने और उपभोक्ताओं के लिए स्वच्छ ऊर्जा को वहनीय के लिए दुनिया के 24 देशों और यूरोपीय आयोग (यूरोपीय संघ की ओर से) द्वारा शुरू की गई एक वैश्विक पहल है। भारत इसके सदस्य देशों में से एक है।

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