Best Indicator For Intraday,7 इंडिकेटर जिससे होगी पैसो की बारिश

Best Indicator For Intraday: इंडिकेटर्स एक विशेष धाराओं या सांकेतों का समूह हैं जो विभिन्न वित्तीय बाजारों में निवेशकों को विभिन्न निर्णयों के लिए मार्गदर्शन करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किए गए हैं। ये इंडिकेटर्स निवेशकों को विभिन्न दिशाओं में बाजार के स्थिति को समझने में मदद कर सकते हैं, जैसे कि किसी स्टॉक की मूल्य चाल, वॉल्यूम, और मूल्य स्तरों का Detail,आगे आपको कुछ प्रमुख इंडिकेटर्स की एक डीटेल दी गई है |

Moving Average [MA]

Moving Average [MA]: Moving Average एक महत्वपूर्ण तकनीकी इंडिकेटर है जो विभिन्न वित्तीय बाजारों में निवेशकों के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह एक साधारिता से उदाहरण है जो किसी स्टॉक, कमोडिटी, या अन्य वित्तीय उपकरण की मूल्य गति को मापने में सहायक होता है। निवेशक इसे ट्रेंड की समझ के लिए, साथ ही समय सीमा के आंतर में हो रहे परिवर्तन की स्थिति को देखने के लिए प्रयुक्त करते हैं।

Moving Average के प्रकार

1>SMA

2>EMA

SMA:यह मूविंग एवरेज का सबसे साधारित प्रकार है, जिसमें एक निश्चित अवधि के दौरान कीमतों का सामान्य औसत लिया जाता है।

EMA:यह एवरेज भी एक निश्चित अवधि के लिए होती है, लेकिन इसमें हाल के कीमतों को ज्यादा महत्व दिया जाता है, जिससे नए परिवर्तनों को बेहतरीन से पकड़ा जा सकता है।

Relative Strength Index

रिलेटिव स्ट्रेंथ इंडेक्स (Relative Strength Index – RSI) एक महत्वपूर्ण तकनीकी इंडिकेटर है जो विभिन्न वित्तीय बाजारों में निवेशकों को स्थिति का मूल्यांकन करने में मदद करने के लिए प्रयुक्त होता है। यह इंडिकेटर वित्तीय उपकरणों की मूल्य गति और तबादले की गति को मापता है और निवेशकों को उचित समय पर निवेश के निर्णयों में मदद करता है।

RSI की विशेषताएं

स्केल और रेंज: RSI एक स्केल है जो 0 से 100 तक होती है। इसका उपयोग किसी वित्तीय उपकरण की स्थिति को मापने के लिए किया जाता है।

Average Gain And Average Loss :RSI की मदद से वित्तीय उपकरण की मूल्य गति के आधार पर “एवरेज गेन” और “एवरेज लॉस” की मानें प्राप्त की जा सकती हैं, जिससे निवेशकों को वित्तीय उपकरण की स्थिति का विश्लेषण करने में मदद मिलती है।

Overbought And Oversold :RSI 70 से अधिक होने पर वित्तीय उपकरण को Overbought माना जाता है, जिससे यह सुझावित होता है कि वित्तीय उपकरण महंगा हो सकता है और वहाँ निवेशकों को बचाने की आवश्यकता हो सकती है। उसी प्रकार, RSI 30 से कम होने पर वित्तीय उपकरण को Oversold माना जाता है, जिससे यह सुझावित होता है कि वित्तीय उपकरण सस्ता हो सकता है और वहाँ निवेश की अवसरों की संभावना हो सकती है।

Moving Average Convergence Divergence

MACD एक मोमेंटम और ट्रेंड-फॉलोइंग इंडिकेटर है जो उच्ची और निम्न मूल्य स्तरों की पहचान में मदद करता है।

MACD का उपयोग

Crossovers: MACD और सिग्नल रेखा के बीच के क्रॉसओवर्स निवेशकों को तात्कालिक ट्रेंड में परिवर्तनों की सूचना देते हैं। हरित रेखा यदि सिग्नल रेखा को ऊपर से नीचे करती है, तो यह बाजार में बिकवाली का सूचक हो सकता है और उलटे हाथ, यदि हरित रेखा सिग्नल रेखा को ऊपर से नीचे करती है, तो यह बाजार में खरीददारी का सूचक हो सकता है।

Divergence: MACD की मदद से वित्तीय उपकरण की मूल्य गति में दोगुनी (Divergence) या अव्यापक (Convergence) परिवर्तनों की स्थिति को देखकर ट्रेंड की मजबूती का मूल्यांकन किया जा सकता है।

हिस्टोग्राम पैटर्न: MACD हिस्टोग्राम के पैटर्न भी ट्रेंड की स्थिति को दर्शाते हैं, और निवेशकों को वित्तीय उपकरण की मूल्य गति की प्रतीक्षा करने में मदद करते हैं।

Average True Range

वित्तीय बाजारों में निवेशकों को वॉलेटिलिटी, या मूल्य की परिस्थिति में होने वाले विभिन्न परिवर्तनों को मापने में मदद करने के लिए प्रयुक्त होता है। इसे विशेषकर ट्रेंडिंग और स्विंग ट्रेडिंग में वॉलेटिलिटी की गुणवत्ता को समझने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।

ATR का उपयोग

Stoploss: ATR का उपयोग निवेशकों को स्टॉप-लॉस स्तर की स्थापना में मदद करने के लिए किया जाता है। एक वित्तीय उपकरण की वॉलेटिलिटी के हिसाब से स्टॉप-लॉस स्तरों को समझकर निवेशक अपने निवेश की सुरक्षा कर सकते हैं।

लाभ के स्तर की निर्धारण: ATR का उपयोग निवेशकों को यह बताने में करता है कि वित्तीय उपकरण कितने बड़े रुखे जा सकता है, जिससे वे लाभ के स्तरों को भी समझ सकते हैं।

Volume Weighted Average Price

बाजारों में निवेशकों को मार्केट मूवमेंट को समझने और विश्लेषण करने में मदद करने के लिए प्रयुक्त होता है। VWAP मूल रूप से एक निर्धारित अवधि के लिए ट्रेड हुए सभी स्थानिक मूल्यों का औसत होता है, और यह ट्रेडिंग और निवेश के लिए महत्वपूर्ण है।

VWAP के मुख्य तत्व

वॉल्यूम वेटेड:VWAP एक वॉल्यूम वेटेड इंडिकेटर है, जिसका मतलब है कि इसमें हर ट्रेड को उसके साथ मिले हुए वॉल्यूम के साथ वजनित किया जाता है। यह नए ट्रेड के बारे में सामग्री की मूल्यांकन में मदद करता है।

टाइम फ्रेम:VWAP का मुख्य उपयोग एक निर्धारित समय अवधि के लिए किया जाता है, जैसे कि एक दिन, एक हफ्ता, या एक महीना का वक्त।

ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी में उपयोग:VWAP ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी में उपयोग होता है जिससे निवेशक और व्यापारी मार्केट में ट्रेंड को समझ सकते हैं और विभिन्न स्तरों को समझकर ट्रेड का निर्णय ले सकते हैं।

Stochastic Oscillator

Stochastic Oscillator मार्केट के तेजी और मौद्रिक मोमेंटम को समझने में मदद करता है। इसे विशेषकर ट्रेंड बदलने के समय को पहचानने में उपयोग करा जाता है और यह निवेशकों को बाजार में हो रही मौद्रिक तथा मूवमेंटम परिवर्तनों को समझने में मदद करता है।

स्टोकास्टिक ओसिलेटर का उपयोग

1>ओवरबॉट और ओवरसोल्ड स्थिति की पहचान

2>ट्रेंड की पहचान

Bollinger Bands

Bollinger Bands एक महत्वपूर्ण तकनीकी इंडिकेटर हैं जो वित्तीय बाजारों में निवेशकों को मार्केट की वॉलेटिलिटी और मूवमेंटम को समझने में मदद करते हैं। इसे जॉन बोलिंजर ने डेवेलप किया था और यह वित्तीय एनालिसिस में एक प्रमुख स्थान रखता है।

बोलिंजर बैंड्स का उपयोग

1>वॉलेटिलिटी का मूल्यांकन

2>रेंज-बाउंड मार्केट में ट्रेडिंग

3>ब्रेकआउट और ब्रेकडाउन की पहचान

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